आदर्श तिवारी, फतेहपुर
फतेहपुर। उत्तर प्रदेश के फतेहपुर जिले से सामाजिक सोच को झकझोर देने वाली घटना सामने आई है। राधानगर थाना क्षेत्र के भगवंतपुर गांव में ग्रामीणों ने एक नाबालिग प्रेमी जोड़े को जंगल में मिलते पकड़ लिया। इसके बाद परिवार वालों को बुलाकर जबरन दोनों की शादी करा दी गई।
आपको बता दें कि राधानगर थाना क्षेत्र की रहने वाली नाबालिग लड़की को मैनपुरी जिले के युवक से सोशल मीडिया के जरिए प्यार हो गया था। दोनों ने साथ जीने-मरने की कसमें खाईं और साथ रहने का फैसला लिया। इसके बाद प्रेमी युवक मैनपुरी से फतेहपुर अपनी प्रेमिका से मिलने आया था।
ग्रामीणों को जब दोनों के मिलने की खबर लगी तो उन्होंने उन्हें जंगल में पकड़ लिया और गांव ले आए। इसके बाद लड़की के परिजनों को बुलाकर मंदिर के बाहर ही वरमाला और सिंदूरदान की रस्में पूरी करा दी गईं। शादी के दौरान स्थानीय समाजवादी पार्टी के एक नेता भी मौजूद रहे, जिन्होंने सार्वजनिक रूप से जोड़े को आशीर्वाद दिया।
किसी ने इस पूरे घटनाक्रम का वीडियो मोबाइल में रिकॉर्ड कर लिया, जो कुछ ही घंटों में सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया। वीडियो वायरल होने के बाद प्रशासन हरकत में आया। महिला संरक्षण अधिकारी और बाल कल्याण समिति की टीम मौके पर पहुंची और लड़की को ‘वन स्टॉप सेंटर’ तथा लड़के को ‘चाइल्ड लाइन’ के संरक्षण में भेजा गया।
पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, यह मामला बाल विवाह निषेध अधिनियम, 2006 के उल्लंघन का है। शादी कराने वालों की पहचान की जा रही है और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की तैयारी चल रही है।
कानूनी और सामाजिक पहलू
भारतीय कानून के तहत 18 वर्ष से कम आयु की लड़की और 21 वर्ष से कम आयु के लड़के की शादी अवैध है। इसके बावजूद ग्रामीण इलाकों में आज भी सामाजिक दबाव और परंपरागत मान-सम्मान के नाम पर इस तरह की घटनाएं हो रही हैं। यह घटना न सिर्फ कानून व्यवस्था बल्कि समाज की मानसिकता पर भी बड़ा सवाल खड़ा करती है।

 
                                    





