इटावा यादव कथावाचकों के साथ अमानवीय व्यवहार और मारपीट के मामले में चार आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद अब यह मामला और अधिक पेचीदा होता नजर आ रहा है। मंगलवार को ब्राह्मण महासभा ने दोनों कथावाचकों के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए उन्हें भी आरोपी बनाने की मांग की है।
महासभा के प्रदेश अध्यक्ष अरुण दुबे के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक बृजेश कुमार श्रीवास्तव से मुलाकात कर कथावाचकों और उनके सहयोगियों के खिलाफ शिकायत सौंपी। महासभा का आरोप है कि कथावाचकों ने अपनी जाति छुपाई, धार्मिक भावना भड़काई और महिलाओं के साथ अभद्र व्यवहार किया। संगठन ने चेतावनी दी कि यदि जल्द उचित कार्रवाई नहीं हुई तो आंदोलन किया जाएगा।
इस बीच समाजवादी पार्टी के जिलाध्यक्ष प्रदीप शाक्य ने ब्राह्मण महासभा के आरोपों को निराधार बताया। उन्होंने कहा कि अगर कथावाचकों के खिलाफ पहले से कोई आपत्ति थी तो पहले शिकायत क्यों नहीं की गई, उन्होंने कहा कि यदि कथावाचकों पर गलत तरीके से कोई कार्रवाई की गई, तो सपा भी आंदोलन के लिए बाध्य होगी।
पीड़ित महिला रेनू तिवारी ने भी एसएसपी से मिलकर कथावाचकों पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि कथावाचक ने उनके साथ अभद्र व्यवहार किया और उनके झोले से बरामद आधार कार्ड में अग्निहोत्री लिखा पाया गया, जिससे उनकी जाति पर संदेह हुआ। महिला ने यह भी आरोप लगाया कि कथावाचक द्वारा उनकी कथा को जानबूझकर खंडित किया गया।
आरोपी युवक मनु के चाचा सोनू तिवारी ने आरोप लगाया कि कथावाचकों ने न केवल जाति छुपाई बल्कि जानबूझकर ग्रामीणों को भ्रमित किया। उन्होंने कहा कि कथावाचकों में से एक की बहन गांव के पास ही रहती है, जिससे जानकारी मिलने के बाद ही सच्चाई सामने आई।
इटावा के एसएसपी बृजेश कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि बकेवर प्रकरण को लेकर कुछ लोगों ने मुलाकात की है। उनकी बात सुनी गई है, लेकिन अब तक कोई लिखित तहरीर प्राप्त नहीं हुई है। पुलिस निष्पक्ष जांच कर रही है और जो भी दोषी होगा, उसके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।