नरसिंह मौर्य असोथर
फतेहपुर जनपद फतेहपुर का असोथर क्षेत्र इन दिनों मोरम माफियाओं की मनमानी और भारी वाहनों की आवाजाही से जाम की समस्या में जकड़ा हुआ है।
खरौली–तालाब (मरका, बांदा) स्थित बड़े मौरंग डम्पों से लगातार हो रही रात दिन अवैध मौरंग निकासी के कारण सैकड़ो ओवरलोड ट्रकों ट्रैक्टरों , डंपरों की कतारें अब असोथर कस्बे तक पहुँच गई हैं। असोथर में पुलिया टूटी, मार्ग अवरुद्ध ,लोग घंटों फंसे
प्रतिदिन और रात भर सैकड़ों टकों और डंपरों की आवाजाही से असोथर क्षेत्र की नहर पुलिया भारी ओवरलोड वाहनों के दबाव से क्षतिग्रस्त हो गई है। इससे प्रतापनगर झाल तिराहे से लेकर नगर पंचायत असोथर तक वाहनों का लंबा जाम लग गया है। लोगों को घंटों सड़क पर फंसे होना पड़ रहा है ,न स्कूल जाने वाले बच्चे समय पर पहुँच पा रहे हैं, न मरीज़ों को अस्पताल। मुराईन डेरा सहित स्थानीय लोगों ने बताया कि ओवरलोड ट्रक और डम्परों का निरंतर दबाव न केवल सड़कों को तोड़ रहा है बल्कि नहर की पुलिया के टूटने से पूरा आवागमन ठप्प हो गया है। गैर जनपद बांदा से रात और दिन निकलते सैकड़ो असोथर तक ओवरलोड ट्रक और डंपर , ट्रेलर ट्रैक्टर – ट्राला
बांदा जिले के मरका थाना क्षेत्र के खरौली–तालाब इलाक़े में लगे हजारों घन मीटर के विशालकाय मौरंग डंप से रात और दिन रोज़ाना सैकड़ों ट्रक और डम्पर मोरम लेकर असोथर मार्ग से निकलते हैं।इन वाहनों में ओवरलोडिंग आम बात हो चुकी है।
स्थानीय सूत्रों के अनुसार यह सब खनिज विभाग और परिवहन विभाग के संरक्षण में हो रहा है।
लोगों का कहना है कि
“जब तक यह अवैध डम्पिंग और ओवरलोडिंग बंद नहीं होगी, तब तक क्षेत्र की सड़कें और पुल बच नहीं पाएंगे।”
आम जनता बेहाल, प्रशासन मौन
असोथर में इन दिनों लगातार जाम और टूटे मार्ग के कारण लोगों को आवागमन में भारी दिक्कत हो रही है।असोथर की मुख्य बाजार, झाल तिराहा, प्रतापनगर रोड तक चारों ओर डम्पर और ट्रकों की कतारें लगी रहती हैं। इस भीषण समस्या पर न तो खनिज अधिकारी, न एआरटीओ (रोड) और न ही क्षेत्रीय प्रशासन ने कोई ठोस कदम उठाया है।
स्थानीय नागरिकों ने कहा कि
हर दिन जाम में फंसे रहना अब आम बात हो गई है। अधिकारी फोन तक नहीं उठाते, शिकायतें दबा दी जाती हैं।







