फतेहपुर शैलेन्द्र साहित्य सरोवर की 390 वीं साप्ताहिक रविवासरीय काव्य गोष्ठी
मुराइन टोला स्थित हनुमान मंदिर में शैलेन्द्र साहित्य सरोवर के बैनर तले 390 वीं साप्ताहिक रविवासरीय सरस काव्य गोष्ठी का आयोजन के. पी. सिंह कछवाह की अध्यक्षता एवं शैलेन्द्र कुमार द्विवेदी के संचालन में हुआ । मुख्य अतिथि के रूप में मंदिर के महंत स्वामी रामदास उपस्थित रहे
काव्य गोष्ठी का शुभारंभ करते हुए के. पी . सिंह कछवाह ने वाणी वंदना मे अपने भाव प्रसून प्रस्तुत करते हुए कहा- वंदन माता शारदे, अर्पित अक्षत फूल।
कृपा ज्ञान की कीजिए, क्षमा करो सब भूल ।।
पुनः कार्यक्रम को गति देते हुए काव्य पाठ में कुछ इस प्रकार से अपने अंतर्भावों को प्रस्तुत किया- राम नाम का कीजिए , नित्य निरंतर जाप।
जीवन में सुख शांति हो, कट जाएं सब पाप।।
डा. सत्य नारायण मिश्र ने अपने भावों को एक छंद के माध्यम से कुछ इस प्रकार व्यक्त किया – अरे ओ मानवता के दूत, दिखाई पड़ते क्यों यों खिन्न।
हुए क्यों इतने आज निराश, न होओ कर्तव्यों से भिन्न।।
प्रदीप कुमार गौड़ ने अपने क्रम में काव्य पाठ में कुछ इस प्रकार भाव प्रस्तुत किये – प्रतिदिन योग प्रयोग कर , उपजाएं संयोग।
मिले मुक्ति दुर्योग से,तन- मन रहे निरोग ।।
डॉ शिव सागर साहू ने काव्य पाठ में अपने भावों को कुछ इस प्रकार शब्द दिए – न्यू क्लियर वार की आहट से, सारी दुनिया घबराई है।
इजराइल वा ईरान मध्य, बारूद गई बरसाई है।।
काव्य गोष्ठी के आयोजक एवं संचालक शैलेन्द्र कुमार द्विवेदी ने अपने भाव एक गीत के माध्यम से कुछ यों व्यक्त किये- भारत माता की आश बनो, जग का नूतन विश्वास बनो।
दीनों- दलितों की बन पुकार , तुम बढ़ो नया इतिहास बनो ।।
कार्यक्रम के अंत में स्वामी जी ने सभी को आशीर्वाद प्रदान किया ।आयोजक ने आभार व्यक्त किया ।