फतेहपुर। खखरेरू क्षेत्र के पचमई से ड़डियापुर तक सड़क को बनाने में पीडब्ल्यूडी की बड़े पैमाने पर मनमानी सामने आई है। मार्ग के बीच में पेड़ होने के बाद भी सड़क का निर्माण कर दिया गया। इतना ही नही एक कुआं और कई पेड़ों से सटाकर सड़क मानक के विपरीत बना दी गई। जिससे ग्रामीणों में भारी आक्रोश है। ग्रामीणों का आरोप है कि JE की बड़ी लापरवाही से सब हुआ है।
नाबार्ड योजना से साल 2024 के अंत में चार किमी की सड़क करीब पौने तीन करोड़ रुपये से बनाई गई। इस मार्ग से आठ गांवों की करीब 20 हजार की आबादी आवागमन करती है। इनमें स्कूली बच्चे भी शामिल हैं। इस मार्ग पर करीब एक किमी के दायरे में एक पेड़ व सटे पेड़ खड़े हैं।
ड़डियापुर के पास सड़क किनारे खुला कुआं खतरनाक है। जो मौत को दावत दे रहा है। कुएं के चारों ओर कोई बैरिकेडिंग या सावधानी का कोई संकेतांक भी नहीं लगाया गया है। इसमें कई लोग गिरते-गिरते बच्चे हैं। वहीं रात के समय यहां से निकलना हादसे को दावत देने से कम नहीं है।
ग्रामीणों ने शासन को भेजे गए शिकायती पत्र में बताया कि मार्ग के बीच के पेड़ को हटवाने के लिए कई बार शिकायत की जा चुकी है। निर्माण कार्य शुरू होने के दौरान भी पेड़ हटाने की मांग उठाई गई थी, लेकिन विभाग के JE की मनमानी से
सड़क के बीचोंबीच पेड़ से हादसे का खतरा बना हुआ है। पचमई से बने इस मार्ग पर गांव मोहनपुर, ड़डियापुर, गहुरे, भीमपुर, हरचंदपुर, पुरमई, दामोदरपुर व लोहागपुर समेत कई गांवों के ग्रामीणों का आवागमन है। इस मामले में जब विभाग के JE रामलखन से बात की गई तो उहोंने कोई भी जवाब देने से इनकार कर दिया। यही हाल विभाग के एक्सईएन ए के शील का रहा।