More
    Homeउत्तर प्रदेशफतेहपुरफतेहपुर जिले में लगेगा संत समामग, रामभद्राचार्य समेत देशभर के संत होंगे...

    फतेहपुर जिले में लगेगा संत समामग, रामभद्राचार्य समेत देशभर के संत होंगे इकट्ठा, जगन्नाथपुरी की तर्ज पर बनेगा जगन्नाथ धाम।

    Published on

     फतेहपुर- के तिवारी तालाब में जगन्नाथ धाम की स्थापना की तैयारियां जोरों पर चल रही है, जिले में जगन्नाथ पुरी की तर्ज पर एक भव्य मंदिर का निर्माण किया जा रहा है, जगन्नाथ पुरी की तर्ज पर बढ़ाने वाली जगन्नाथ धाम का शिलान्यास दो नवंबर को होना है, जिसमें जगतगुरु रामभद्राचार्य के साथ-साथ देश भर के संतों का समागम किया जा रहा है, मंदिर का निर्माण एक खास तरह के पत्थरों से किया जाएगा, जिसकी लंबाई 70 फीट के आसपास होगी, और मंदिर की जो मूर्ति है वह जगन्नाथ पुरी के मुख्य महंत की देखरेख में बनाई जाएगी, मंदिर के शिलान्यास में भारी संख्या में भीड़ टूटने की संभावना है जिसको लेकर तैयारियां अंतिम चरण में चल रही है।

    9.2K views
    spot_img
    spot_img
    spot_img
    spot_img
    spot_img
    spot_img
    spot_img

    Latest articles

    बजरंगदल के हुतात्मा दिवस कार्यक्रम में भिटौरा प्रखंड के बजरंगियों ने किया बढ़ चढ़कर रक्तदान

    रिपोर्ट -आदर्श तिवारी फतेहपुर के सदर अस्पताल में 2 नवंबर 2025 को बजरंगदल के द्वारा...

    धन्य धन्य हो गया फतेहपुर, तन- मन चढ़ा भक्ति का रंग।बनेगा मंदिर जगन्नाथ , बलभद्र ,सुभद्रा बहना संग।।

    फतेहपुर- शैलेन्द्र साहित्य सरोवर की 409 वीं साप्ताहिक रविवासरीय काव्य गोष्ठी शहर केमुराइन टोला...

    शिक्षा ,शिक्षक और शिक्षार्थी – पुरातन  एवं अधुनातन  परिदृश्यलेखक : शैलेन्द्र कुमार द्विवेदी

      हमारे देश में शिक्षा का इतिहास  200-400 साल पुराना नहीं है ।यह तो...

    More like this

    बजरंगदल के हुतात्मा दिवस कार्यक्रम में भिटौरा प्रखंड के बजरंगियों ने किया बढ़ चढ़कर रक्तदान

    रिपोर्ट -आदर्श तिवारी फतेहपुर के सदर अस्पताल में 2 नवंबर 2025 को बजरंगदल के द्वारा...

    धन्य धन्य हो गया फतेहपुर, तन- मन चढ़ा भक्ति का रंग।बनेगा मंदिर जगन्नाथ , बलभद्र ,सुभद्रा बहना संग।।

    फतेहपुर- शैलेन्द्र साहित्य सरोवर की 409 वीं साप्ताहिक रविवासरीय काव्य गोष्ठी शहर केमुराइन टोला...

    शिक्षा ,शिक्षक और शिक्षार्थी – पुरातन  एवं अधुनातन  परिदृश्यलेखक : शैलेन्द्र कुमार द्विवेदी

      हमारे देश में शिक्षा का इतिहास  200-400 साल पुराना नहीं है ।यह तो...