फतेहपुर-मुख्य विकास अधिकारी पवन कुमार मीना द्वारा आयुष्मान आरोग्य मंदिर बसोहनी विकास खण्ड भिटौरा में चल रहे का वीएचएसएनडी सत्र (Village Health Sanitation & Nutrition Day) एवं प्राथमिक विद्यालय बसोहनी, भिटौरा का निरीक्षण किया गया।
VHSND सत्र में निरीक्षण के दौरान ऑनलाइन पोर्टल, लॉजिस्टिक्स और अभिलेखों का परीक्षण करने पर आशा व आंगनबाड़ी द्वारा पंजीकाएं अद्यतन नहीं पाए गए।
लाभार्थियों को स्वास्थ्य सुविधाओं/ शासन द्वारा चलाई जा रही योजनाओं (JSY, PMMVY, PMSMA, फ्री अल्ट्रासाउंड इत्यादि) की जानकारी समुचित रूप से नहीं दी जा रही है, जिससे योजनाओं के प्रति उनकी भागीदारी सीमित रही।लाभार्थियों को योजनाओं, जांचों, दवाओं और पोषण सेवाओं की जानकारी स्पष्ट रूप से दिए जाने के निर्देश दिए गए।
सीडीएसआर रिपोर्ट निर्धारित रूप पर अद्यतन प्रेषित नहीं की जा रही है।
CHO द्वारा डेली डायरी व ओपीडी रजिस्टर अद्यतन नहीं रखी जा रही है।
मौके पर CHO टेली-कम्युनिकेशन जैसे बुनियादी दायित्वों को निभाने में असमर्थ पाई गईं, जो दूरस्थ चिकित्सा सुविधा की प्रभावशीलता को प्रभावित करता है।
मुख्य विकास अधिकारी द्वारा उपरोक्त कमियों पर कड़ी नाराजगी व्यक्त की गई। स्वास्थ्य सेवाओं को गुणवत्तापूर्ण, पारदर्शी एवं लाभार्थी-केंद्रित बनाने के निर्देश दिए गए। मौके पर MOIC को जांच कर नियमानुसार कार्यवाही के निर्देश दिए गए।
साथ ही सभी केंद्रों पर निरंतर निगरानी और औचक निरीक्षण करते हुए उत्तरदायित्व तय कर जिम्मेदार के विरुद्ध कार्रवाई सुनिश्चित की जाए।
निरीक्षण के दौरान CHO, ANM, ASHA, आंगनबाड़ी कार्यकत्री, डीसी मातृ स्वास्थ्य, एमओआईसी व अन्य उपस्थित रहे।
जिसके उपरांत प्राथमिक विद्यालय बसोहनी विकास खण्ड भिटौरा का औचक निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान विद्यालय में प्रभारी प्रधानाध्यापक सहित अन्य शिक्षकीय स्टाफ उपस्थित रहा।
कक्षा 3 के छात्र-छात्राओं से कक्षा 2 की पुस्तक पढ़ाई गई, लेकिन छात्रों को उस पुस्तक को पढ़ने में स्पष्ट रूप से कठिनाई हो रही थी, जिससे शैक्षणिक गुणवत्ता निम्न स्तर की पाई गई।
उपस्थिति पंजिका में दर्ज बच्चों की संख्या और मौके पर वास्तविक रूप से उपस्थित बच्चों की संख्या में अंतर पाया गया, जो उपस्थिति की पारदर्शिता पर प्रश्नचिन्ह उत्पन्न करता है।
विद्यालय परिसर में बड़ी-बड़ी घास और झाड़ियाँ उगी हुई थीं, जिससे साफ-सफाई की स्थिति अत्यंत खराब पाई गई। मौके पर मौजूद सहायक विकास अधिकारी पंचायत को परिसर की सफाई, घास-झाड़ियों की कटाई कराने के निर्देश दिए गए ।
स्कूल के शौचालयों और बाथरूम की स्थिति गंदी मिली।
मल्टीपल हैंडवाश यूनिट खराब स्थिति में था।
सभी टॉयलेट्स में जल आपूर्ति उपलब्ध नहीं थी, जिससे बच्चों की स्वच्छता और स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है।
शैक्षिक गुणवत्ता में सुधार के लिए शिक्षकों को कक्षावार शैक्षणिक योजना के अनुसार नियमित कक्षाएं संचालित करने के निर्देश दिए गए।
जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी सुनिश्चित करे कि –
छात्रों को उनके स्तर के अनुरूप पाठ्य सामग्री से ही पढ़ाया जाए और विशेष शिक्षण सहायता दी जाए।
उपस्थिति रजिस्टर की नियमित जांच तथा सत्यापन किए जाए।
सभी विद्यालयों में शौचालयों की सफाई एवं हैंडवाश यूनिट की मरम्मत कर जल आपूर्ति सुनिश्चित की जाए।
विद्यालयों में शिक्षा का स्तर व बच्चों की मूलभूत सुविधाओं की व्यवस्था बेहतर बनाए रखना अत्यंत आवश्यक है, शिक्षा व्यवस्था में किसी भी स्तर पर लापरवाही बरतने पर जिम्मेदार के विरुद्ध नियमानुसार कार्यवाही की जाए।
ग्राम में स्थित rrc सेंटर के बाहर काफी मात्रा में कूड़ा और गंदगी पाई गई। खण्ड विकास अधिकारी भिटौरा को नियमित पर्यवेक्षण करते हुए सफाई व्यवस्था एवं कूड़े का उचित निस्तारण सुनिश्चित कराने के निर्देश दिए गए ।