मध्य प्रदेश के इंदौर की सोनम और राजा रघुवंशी की कहानी इन दिनों सुर्खियों में बनी हुई है। ऐसा ही एक मामला संगम नगरी प्रयागराज में भी सामने आया है। हालांकि प्रयागराज के कप्तान निषाद ने पत्नी सितारा देवी के साथ हनीमून पर केदारनाथ जाने से इंकार कर दिया। जिससे
उसकी जान बच गई।
यमुनानगर जोन के नैनी के एडीए कॉलोनी के रहने वाले कप्तान निषाद की शादी करछना थाना क्षेत्र के सितारा देवी के साथ 29 अप्रैल को बड़े ही धूमधाम से हुई थी। शादी के बाद 2 मई को रिसेप्शन भी हुआ था। कप्तान निषाद के मुताबिक दोनों परिवारों की रजामंदी से अरेंज मैरिज हुई थी। शादी के बाद खुशी-खुशी 30 अप्रैल को कप्तान सितारा देवी को विदा कराकर अपने घर लाया था। रिसेप्शन में भी दोनों ही पक्षों के लोग शामिल हुए थे। पीड़ित पति के मुताबिक शादी के दो दिन सब कुछ ठीक रहा। लेकिन तीसरे दिन जब पति कप्तान निषाद अपनी पत्नी सितारा देवी के नजदीक जाने की कोशिश की तो सितारा ने चाकू निकाल लिया। उसने कहा कि अगर वह उसके करीब आएगा तो उसे मार देगी या खुद आत्महत्या कर लेगी। पत्नी की धमकी से पति डर गया। पति ने जब पत्नी से पूरे मामले में पूछा तो सितारा ने यह बताया कि उसका अफेयर उसके भतीजे अमन निषाद से चल रहा है। वह उसी के साथ रहना चाहती है। पीड़ित पति कप्तान का कहना है कि लड़की मायके चली गई। जिसके बाद दोनों पक्षों के बीच समझौता हुआ। समझौते के बाद दोबारा फिर से लड़की ससुराल आई। लेकिन एक-दो दिन के बाद ही लड़की घर से भाग गई। लड़की के घर से भागने की घटना भी सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई। सितारा देवी भागने के बाद अपने प्रेमी रिश्ते के भतीजे अमन निषाद के साथ कहीं चली गई थी। हालांकि अब लौटकर घर आ गई है और मायके में रह रही है। लेकिन वह अपने प्रेमी रिश्ते के भतीजे भटौती गांव के अमन निषाद के साथ रहना चाहती है।
वहीं कप्तान निषाद का कहना है कि उसकी पत्नी उसे हनीमून पर केदारनाथ ले जाने की बात कर रही थी। लेकिन पीड़ित पति का कहना है कि हाल में सोनम रघुवंशी और राजा रघुवंशी की घटना के चलते वह केदारनाथ जाने की हिम्मत नहीं जुटा पाया। उसे लगा कि कहीं पत्नी सितारा और उसका प्रेमी राजा रघुवंशी की तरह उसे भी ठिकाने ना लगा दें। फिलहाल सोनम की तरह सितारा की बेवफाई से कप्तान निषाद की दुनिया बसने से पहले ही उजड़ गई। कप्तान की मां शांति देवी का कहना है कि बड़े अरमान से बेटे का ब्याह कर बहू को घर लाई थी। लेकिन बहू ने उनके अरमानों पर पानी फेर दिया। पीड़ित पति को जहां अब शादी के नाम से भी डर लग रहा है। वहीं साथ ही शांति देवी भी कह रही हैं कि अच्छा हुआ कि समय रहते बहू की असलियत का पता चल गया नहीं तो इकलौते बेटे के साथ कोई भी हादसा हो सकता था।