नरसिंह मौर्य, असोथर (फतेहपुर)।
प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) में अनियमितताओं की शिकायत पर जिला प्रशासन हरकत में आ गया है। जिलाधिकारी फतेहपुर के आदेश पर बुधवार को परियोजना निदेशक, खंड विकास अधिकारी असोथर और ग्राम पंचायत अधिकारी की संयुक्त टीम ने ग्राम पंचायत सरकंडी में जांच की।
मिली जानकारी के अनुसार, शिकायतकर्ताओं — श्रीमती दर्शनिया पत्नी बुढ़वा, शिवपाल पुत्र लक्ष्मण, गुड़िया पत्नी अमरजीत, नन्ही पत्नी रामसागर एवं देशराज आदि — ने ग्राम प्रधान सरकंडी पर प्रधानमंत्री आवास के लिए ₹20,000 की वसूली करने तथा मनरेगा की धनराशि में फर्जी जॉबकार्ड बनाकर गबन करने का गंभीर आरोप लगाया था।
परियोजना निदेशक जिला ग्राम विकास अभिकरण फतेहपुर ने अपने पत्रांक 970/शिकायत/सरकंडी/2025-26 दिनांक 29 अक्तूबर 2025 के माध्यम से खंड विकास अधिकारी असोथर को जांच के निर्देश दिए थे। इसी क्रम में बुधवार 30 अक्तूबर को अपराह्न 11 बजे पंचायत भवन सरकंडी में जांच टीम पहुंची।
जांच के दौरान अधिकारियों ने प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) से संबंधित अभिलेखों की पड़ताल की और शिकायतकर्ताओं द्वारा बताए गए आधा दर्जन आवासों का स्थल निरीक्षण किया। प्रारंभिक जांच में कई अनियमितताएं सामने आई हैं। हालांकि तेज बारिश के कारण जांच कार्य पूर्ण नहीं हो सका।
इस दौरान परियोजना निदेशक फतेहपुर शेषमणि, खंड विकास अधिकारी असोथर राहुल मिश्रा, ग्राम पंचायत अधिकारी गौरी शंकर सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे। अधिकारियों ने बताया कि जांच अभी जारी है और रिपोर्ट जिलाधिकारी को सौंपी जाएगी। जांच पूरी होने तक किसी निष्कर्ष पर पहुँचना उचित नहीं होगा।
ग्रामीणों में इस कार्रवाई को लेकर चर्चा बनी हुई है। लोगों का कहना है कि यदि जांच निष्पक्ष रूप से पूरी हुई तो आवास योजना में हो रही गड़बड़ियों का सच सामने आ जाएगा।







