Chitrakoot News इस दिव्य मंदिर का निर्माण 1700 से 1800 ईस्वी के बीच पन्ना स्टेट की महारानी रूप कुंवर द्वारा करवाया गया था. यह वही रूप कुंवर थीं, जिनके पति महाराज मलखान सिंह युद्ध भूमि में वीरगति को प्राप्त हो गए थे। पति की मृत्यु के उपरांत, महारानी ने सांसारिक मोह छोड़कर स्वयं को भगवान राधा-कृष्ण की भक्ति में समर्पित कर दिया था
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