Fatehpur: जिला मुख्यालय में मानकों की विपरीत चलाई जा रही स्कूल बसों को लेकर ए आरटीओ विभाग चाहे जो कार्रवाई कर रहा हो लेकिन इससे शिक्षण संस्थानों के संचालकों के बीच कोई फर्क नहीं रहा है बताया तो यहां तक जाता है कि ए आरटीओ विभाग कई ऐसे शिक्षण संस्थान है जिसे बाकायदा सेटिंग गेटिंग करके इनकी खटारा बसों को सड़कों में उतरने के लिए मददगार बना हुआ है बुधवार के दिन एआरटीओ विभाग ने बाकायदा शहर में वाईपास इलाके में सघन चेकिंग अभियान चलाया और पांच वर्षों के खिलाफ कार्रवाई कर दी है आरटीओ विभाग ने इस बात का भी संदेश दिया कि शैक्षिक संस्थानों के संचालकों को पहले भी नोटिस जारी की गई लेकिन अभियान चला कर अब कार्रवाई की जा रही है फिलहाल एआरटीओ की कार्रवाई से हड़कंप तो मच गया है लेकिन यह कार्रवाई शैक्षिक संस्थानों के बीच में महज एक खाना पूरी साबित हो रही है और मानक के विपरीत बच्चों को शैक्षिक स्कूलों के संचालक बसों से लाने ले जाने का काम करते हैं सबसे दिलचस्प बात तो यह है कि शहर की कई गलियां ऐसी है जहां पर छोटे-छोटे वाहनों को स्कूल बसों के बजाय भेजा जाता है और यह वहां भी किसी तरीके का कोई मानक पूरा नहीं करते जिससे एआरटीओ का विभाग की कार्यशैली पर बड़े सवाल खड़े होते हैं यह एआरटीओ पुष्पांजलि मिश्रा का कहना है कि अभियान एक जुलाई से 15 जुलाई तक चलाया जा रहा है।
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बच्चों को लेकर दौड़ रही खटारा स्कूली बसे गलियों में जा रही वैन एआरटीओ विभाग ने पांच बसों के खिलाफ की कार्यवाई,सेटिंग गेटिंग के उठे सवाल
