बुनियादी सुविधाओं की खुली पोल, कर्मचारियों और ग्रामीणों को भारी दिक्कत
नरसिंह मौर्य असोथर फतेहपुर
जरा सी बारिश ने असोथर ब्लॉक परिसर की दुर्दशा उजागर कर दी। गुरुवार और शुक्रवार को हुई हल्की बारिश से ही पूरा ब्लॉक परिसर जलमग्न हो गया। जगह-जगह जलभराव होने से कर्मचारियों का दफ्तर तक पहुंचना मुश्किल हो गया, वहीं कार्य से आए ग्रामीण भी कीचड़ और पानी में फंसते नजर आए।
ब्लॉक परिसर का मुख्य प्रवेश मार्ग से लेकर आंगन और कार्यालयों के सामने तक घुटनों तक पानी भर गया। जहां प्रशासनिक कार्यों को लेकर ग्रामीण दूर-दराज से आते हैं, उन्हें बारिश के चलते या तो बाहर ही इंतजार करना पड़ा या फिर पानी में घुसकर दफ्तर तक पहुंचना पड़ा।
स्थानीय कर्मचारियों ने बताया कि यह स्थिति हर बारिश में होती है, लेकिन कोई स्थायी समाधान अब तक नहीं निकाला गया। नालियों की सफाई नहीं होने और जल निकासी की उचित व्यवस्था न होने के चलते यह परेशानी बनी रहती है।
ग्रामीणों ने बताया कि बारिश के समय जरूरी प्रमाणपत्र, पेंशन या योजनाओं की जानकारी लेने आए लोग पानी में फिसलते रहते हैं। ब्लॉक जैसी महत्वपूर्ण सरकारी इकाई में इस तरह की अव्यवस्था प्रशासन की लापरवाही का प्रमाण है।
एक कर्मचारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया “कई बार शिकायत की गई, लेकिन जिम्मेदार केवल आश्वासन देते हैं। ब्लॉक परिसर के चारों ओर जल निकासी की व्यवस्था पूरी तरह फेल है।”
इस संबंध में ब्लॉक प्रमुख या बीडीओ से बात नहीं हो सकी, लेकिन ग्रामीणों ने मांग की है कि जलनिकासी व्यवस्था में जल्द सुधार किया जाए ताकि बरसात के मौसम में सरकारी कार्यों में बाधा न आए।