रिपोर्ट-प्रमोद श्रीवास्तव
फतेहपुर। इलाहाबाद उच्च न्यायालय के वरिष्ठ अधिवक्ता शिवाकाँत अवस्थी के पुत्र आयुष अवस्थी ने जी-एडवांस के एग्ज़ाम में 9396 की रैंक के साथ बड़ी सफलता अर्जित कर अपने जनपद और माता-पिता का नाम रौशन किया है। श्री अवस्थी मूलतः सदर तहसील के सहिली गाँव निवासी हैं और काफ़ी समय से प्रयागराज़ में रह कर उच्च न्यायालय में प्रैक्टिस करते हैं।
बताते चलें कि जी-मेन्स के एग्ज़ाम में कुल 16 लाख के क़रीब छात्र शामिल हुए थे, जिसमें कुल ढाई लाख के क़रीब बच्चे जी-एडवांस की परीक्षा के लिए बुलाए गए थे, उन जनरल कैटेगरी के छात्रों को सम्मिलित होने का अवसर मिला था, जिन्होंने 93.4 फ़ीसदी से अधिक अंक जी मेन्स की परीक्षा में प्राप्त किये थे। इन ढाई लाख के क़रीब छात्रों में आयुष भी शामिल हैं, जिसकी जी एडवांस में 9396 की रैंक आई है।
ज्ञातव्य रहे कि आईआईटी एडवांस में मात्र 17740 सीटें हैं, जिसमें प्रभावी रैंक के साथ आयुष अवस्थी का नाम भी शामिल है। आयुष का परिवार पिछले लगभग पाँच महीने से काफ़ी परेशान चल रहा है। इस दौरान आयुष की माँ सीमा अवस्थी की एक दुर्घटना में दर्दनाक मौत के कुछ ही दिनों बाद आयुष ने विगत 28 जनवरी को जी-मेन्स का पहला एग्जाम दिया, जिसमें सफ़ल रहने के बाद पिछली 08 अप्रैल को जी-मेन्स का दूसरा एग्ज़ाम दिया जिसमें उसकी आल इंडिया रैकिंग 15864 थी, जो अपने आप में गौरवपूर्ण उपलब्धि थी।
आयुष अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता और गुरुजनों को देता है और आईआईटी में दाख़िला लेकर ऐतिहासिक सफलता के प्रति आशान्वित है।







