नरसिंह मौर्य असोथर फतेहपुर
किराने की दुकान पर उधारी मांगना एक दुकानदार को महंगा पड़ गया। उधारी चुकाने से इनकार करने वाले दबंग न सिर्फ गाली-गलौज और धमकी देकर लौटे, बल्कि कुछ देर बाद लाठी-डंडा और तमंचा लेकर दुकान पहुंचकर जानलेवा हमला भी कर दिया। पीड़ित की शिकायत के बावजूद स्थानीय पुलिस ने मुकदमा दर्ज नहीं किया। अंततः कोर्ट की शरण लेने पर न्यायालय के आदेश पर पुलिस ने पांच आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज किया है।
घटना असोथर थाना क्षेत्र के कुसुंभी गांव की है। गांव निवासी कमल किशोर की दुकान पर गांव का ही संदीप नामक युवक 2500 रुपये का उधारी सामान पहले ही ले चुका था। आरोप है कि 19 मई 2025 की शाम वह दोबारा उधार लेने दुकान पर पहुंचा। इस पर कमल किशोर ने जब पुराना बकाया चुकता करने की बात कही और उधारी देने से मना कर दिया, तो संदीप गाली-गलौज पर उतर आया। यही नहीं, उसने एससी/एसटी एक्ट में फंसाने की धमकी दी और वहां से चला गया।
कुछ ही देर बाद संदीप अपने चार साथियों—शिवकुमार, हरिओम, सुभाष और गोपाल—के साथ लाठी-डंडा और तमंचा लेकर दुकान पर पहुंचा। दुकान के भीतर घुसकर इन लोगों ने पहले गाली-गलौज की और फिर तमंचे की बट से दुकानदार की बेरहमी से पिटाई की। इस दौरान शिवकुमार ने तमंचे से फायर कर जान से मारने की कोशिश की। गोली चलने की आवाज सुनकर आसपास के लोग मौके पर पहुंचने लगे, जिससे घबरा कर आरोपी धमकियां देते हुए मौके से फरार हो गए।
पीड़ित ने असोथर थाने में तहरीर दी, लेकिन पुलिस ने कोई मुकदमा दर्ज नहीं किया। उल्टा दोनों पक्षों पर सुलह का दबाव बनाते हुए बाद में दोनों का शांतिभंग में चालान कर दिया गया। जब पीड़ित को पुलिस और एसपी कार्यालय से भी न्याय नहीं मिला तो उसने कोर्ट का दरवाजा खटखटाया। कोर्ट के निर्देश के बाद पुलिस ने बुधवार को संदीप, शिवकुमार, हरिओम, सुभाष और गोपाल के खिलाफ संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है।
थाना प्रभारी निरीक्षक अभिलाष तिवारी ने बताया कि कोर्ट के आदेश पर मामला दर्ज कर लिया गया है। घटना की जांच कर आरोपियों के खिलाफ विधिक कार्रवाई की जाएगी।